रंग में भंग, जयद्रथ वध, पद्य प्रबंध, भारत-भारती, शकुन्तला, किसान, पत्रावली, वैतालिक, पंचवटी, स्वदेश संगीत, हिंदु, त्रिपथगा, शक्ति आदि ।
गंगा, जागरण, हिमालय, साहित्य, वही दिन वही लोग, मेरा जीवन, समृति शेष, हिंदी भाषा और साहित्य |
राजनीति, साहित्य, संस्कृति, समाज सेवा, अध्यात्म-चिंतन आदि अनेक क्षेत्रों में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा |
मुकुल, नक्षत्र, त्रिधारा, सभा का खेल, बिखरे मोती, उन्मादिनी, सीधे-साधे चित्र आदि ।
बाणभट्ट की आत्मकथा, चारुचंद्रलेखा, पुनर्नवा, अनामदास का पोथा आदि ।