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(ii) राजित्रित आशुलिपिकों को 90 प्रततशत या अधिक अिंक िेकर ह िंदी आशुलिपि िरीक्षा उत्तीणण करने
िर वैयक्ततक वेतन हदया जाता ै।
जजन आशुलिपिकों (राजित्रित एव अराजित्रित दोनों) की र्ातृभाषा ह िंदी न ीिं ै, उन् ें ह िंदी
आशुलिपि की िरीक्षा उत्तीणण करने िर दो वेतन वृद्धियों क े बराबर वैयक्ततक वेतन हदया जाता ै। ये
वेतन वृद्धियािं भावी वेतन वृद्धियों र्ें लर्िाई जाएँगी। ऐसे कर्णचारी ि िे वषण दो वेतन वृद्धियों क े
बराबर और दूसरे वषण ि िी वेतन वृद्धि को लर्िा हदए जाने िर के वि एक वेतन वृद्धि क े बराबर
वैयक्ततक वेतन प्राप्त कर सकते ैं।
हटप्पणी: जजस कर्णचारी को सेवाकािीन ह िंदी प्रलशक्षण से छ ू ट लर्िी ई ो उस कर्णचारी को सिंबिंधित
ु
िरीक्षा उत्तीणण करने िर ककसी प्रकार क े पवत्तीय िाभ/ प्रोतसा न न ीिं लर्िेंगे।
2 नकद पुरस्कार– ह िंदी प्रबोि, प्रवीण, प्राज्ञ, ह िंदी शब्द सिंसािन/ह िंदी टिंकण और ह िंदी आशुलिपि की
िरीक्षाएँ अच्छ े अिंकों से उत्तीणण करने िर िािता क े अनुसार तनम्नलिखखत नकद िुरस्कार प्रदान ककए
जाते ैं, जजनकी वतणर्ान दरें तनम्नानुसार ैं-
(1) प्रबोध
1. 70 प्रततशत या इससे अधिक अिंक प्राप्त करने िर Rs.1600/-
2. 60 प्रततशत या इससे अधिक िरिंतु 70 प्रततशत से कर् Rs.800/-
अिंक प्राप्त करने िर
3. 55 प्रततशत या इससे अधिक िरिंतु 60 प्रततशत से Rs.400/-
कर् अिंक प्राप्त करने िर
(2) प्रवीण
1. 70 प्रततशत या इससे अधिक अिंक प्राप्त करने िर Rs.1800/-
2. 60 प्रततशत या इससे अधिक िरिंतु 70 प्रततशत से कर् Rs.1200/-
अिंक प्राप्त करने िर
3. 55 प्रततशत या इससे अधिक िरिंतु 60 प्रततशत से Rs.600/-
कर् अिंक प्राप्त करने िर
(3) प्राज्ञ
1. 70 प्रततशत या इससे अधिक अिंक प्राप्त करने िर Rs. 2400/-
2. 60 प्रततशत या इससे अधिक िरिंतु 70 प्रततशत से कर् Rs. 1600/-